Wednesday, June 16, 2010

Domestic help kidnaps kid; demands 70 lac ransom


नौकरानी ने मांगी 70 लाख की फिरौती
14 Jun 2010, 0340 hrs IST,नवभारत टाइम्स  
प्रमुख संवाददाता ।। नई दिल्ली 
वारदात नॉर्थ दिल्ली के गुलाबी बाग इलाके की है। यहां रेलवे कॉलोनी में वेंकटेश्वर चतुर्वेदी अपने परिवार क
े साथ सरकारी फ्लैट में रहते हैं। उनके परिवार में पत्नी के अलावा पांच साल और साढ़े तीन साल की दो बेटियां हैं। चतुर्वेदी परिवार को एक नौकरानी की जरूरत थी। इस बारे में उन्होंने आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर नौकरी करने वाले एक साथी अफसर से बात की। साथी ने उन्हें दो महीने पहले नौकरानी के काम के लिए एक महिला से मिलवाया, जो उन्हें आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर रोती हुई मिली थी। महिला को नौकरी चाहिए थी तो उन्होंने उसके लिए वेंकटेश्वर से बात की।

उस महिला का नाम सुरक्षा श्रेष्ठ (26) है। वह नेपाल की नागरिक है। जल्द ही वह चतुर्वेदी परिवार के साथ घुल-मिल गई, लेकिन उसके इरादे कुछ और ही थे। 6 जून की शाम 6 बजे वह छोटी बेटी वैभवी को कॉलोनी के पार्क में ले गई और लापता हो गई। काफी खोजबीन के बाद भी वह कहीं नहीं मिली। परिवार ने गुलाबी बाग थाने की अंधा मुगल चौकी में कंप्लेंट दर्ज करा दी। पुलिस ने आईपीसी के सेक्शन 363 (नाबालिग का अपहरण) के तहत केस दर्ज कर लिया। तहकीकात के बावजूद कोई सुराग नहीं मिल रहा था।

8 जून की दोपहर 2:55 बजे चतुर्वेदी परिवार के घर के लैंडलाइन नंबर पर नेपाल से सुरक्षा ने फोन किया। उसने बच्ची की रिहाई के बदले डेढ़ लाख डॉलर (70 लाख 12 हजार के आसपास) की डिमांड की। रकम की अदायगी की जगह उसने बाद में बताने के लिए कहा। पुलिस ने पहले ही चतुर्वेदी परिवार के सेलफोन और लैंडलाइन फोन ऑब्जर्वेशन पर ले रखे थे। कॉल डिटेल रेकॉर्ड से यह बात मालूम हुई कि सुरक्षा नेपाल की राजधानी काठमांडू से फोन कर रही थी। इसके बाद सुरक्षा ने कई बार कॉल की। फिरौती की डिमांड होने पर पुलिस ने यह केस आईपीसी के सेक्शन 364ए (फिरौती के लिए अपहरण) में तब्दील कर दिया। आखिरकार उसने 8 तारीख को कहा कि काठमांडू एयरपोर्ट के पास रकम लेकर आ जाएं।

वैभवी के पिता और मामा काठमांडू पहुंच गए। हालांकि भारतीय पुलिस नेपाल में जाकर केस वर्कआउट नहीं कर सकती, लेकिन केस की गंभीरता को देखते हुए नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट के एक एसीपी के नेतृत्व में पुलिस टीम काठमांडू विमान से भेजी गई। कई दिन तक पुलिस को छकाने के बाद आखिरकार शनिवार को सुरक्षा काठमांडू में पकड़ी गई। उसके चार नेपाली साथी भी पकड़े गए। उनके कब्जे से वैभवी सकुशल बरामद कर ली गई। उसे वेंकटेश्वर चतुर्वेदी के हवाले कर दिया गया। नेपाल से प्रत्यर्पण संधि न होने के कारण नौकरानी को नहीं लाया जा सका। आधिकारिक तौर पर उन्हें विदेश मंत्रालय के दखल के बाद ही लाया जा सकता है।

No comments:

Post a Comment