Monday, June 7, 2010

Woman fights hubby and files for divorce for his "non-modern" dressing style



The EMPOWERED women file all sorts of frivolous cases against hubby and in-laws when they decide to not make any efforts in understanding their partner's view-point. A woman files frivolous case because she's asked to wear "saari" after marraige: http://bit.ly/cifTCW


Here's another woman who files a frivolous case because she's not able to make her husband bend on his knees and accept wife's wishes.


See the behaviour of family counseling center; instead of turning the woman away for coming to them for frivolous case, they ask the woman to give written complaint so that a notice can be sent to the husband!!!

http://navbharattimes.indiatimes.com/articleshow/4668532.cms

'शौहर को नहीं सलीका, तलाक चाहिए' 
18 Jun 2009, 0137 hrs IST,नवभारत टाइम्स  
वरिष्ठ संवाददाता ।। गाजियाबाद 
वह जमाना चला गया जब पति में कितनी भी बुरी आदतें हों, लेकिन साथ छोड़ने के बारे में सोचना भी गवारा
 नहीं होता था, लेकिन अब जमाना बदल गया है। इसी बदले जमाने की एक घटना ने लोगों को चौंका दिया है। एक महिला ने इस आधार पर तलाक मांगा है कि उसके पति को कपड़े पहनने की तमीज नहीं है। उसका कहना है कि अगर पति को बढ़िया डिजाइन के कपड़े पहनाने की कोशिश करती हूं तो वह झगड़ा करने पर उतारू हो जाते हैं। ऐसे पति के साथ नहीं रहना है, मुझे तलाक चाहिए। अब यह मामला पुलिस के परिवार परामर्श केंद्र तक जा पहुंचा है। 


वसुंधरा सेक्टर-4 में रहने वाले रामकुमार गौड़ (परिवर्तित नाम) का विवाह 5 साल पहले दिल्ली की रहने वाली रीमा (बदला हुआ नाम) के साथ हुआ था। नोएडा की एक कंपनी में सुपरवाइजर रामकुमार की पत्नी रीमा पढ़ी-लिखी है। शुरुआती दिन बड़े आराम से कटे। पहले वह बेरोजगार थीं, लेकिन 2 साल पहले रीमा ने गुड़गांव के एक कॉल सेंटर में नौकरी करनी शुरू की। इसके बाद से रामकुमार की परेशानियां बढ़ने लगीं। रामकुमार का दिखावे में विश्वास नहीं है और पत्नी रीमा को अपटूडेट शौहर चाहिए। इस बात को लेकर दोनों में बराबर झगड़ा होता है। 

परिवार परामर्श केंद्र पहुंची रीमा का कहना है कि रामकुमार उसकी मर्जी से कुछ नहीं करता। जब वह उससे नए ट्रेंड के कपड़े पहनने के लिए कहती है तो वह झगड़ा करने लगता है। इससे उसकी बेइज्जती होती है। उसने अपने पति को कई बार समझाने का प्रयास किया लेकिन वह मानने को तैयार नहीं है। रोज के झगड़े से वह तंग आ गई है। अब वह ऐसे व्यक्ति के साथ जीवन नहीं गुजारना चाहती जो उसे समझने के लिए तैयार नहीं है। परामर्श केंद्र के अधिकारियों ने उससे पूरा मामला लिखित में मांगा है जिससे कि मामला रजिस्टर हो सके। इसके बाद रामकुमार को नोटिस दिया जाएगा। 

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